केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने 21 जुलाई 2025 को लोकसभा में जानकारी दी कि पर्यटन मंत्रालय देश में, जिसमें उत्तराखंड जैसे राज्य भी शामिल हैं, अतुल्य भारत बेड एंड ब्रेकफास्ट प्रतिष्ठानों की स्वैच्छिक योजना के तहत होमस्टे कमरों का वर्गीकरण करता है।
मंत्रालय के मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार होमस्टे को दो श्रेणियों—गोल्ड और सिल्वर—के तहत वर्गीकृत किया गया है।
*गोल्ड: उच्च स्तरीय सुविधाएँ, साफ-सफाई, बेहतर फर्निशिंग, बेहतर सेवा।
*सिल्वर: सामान्य सुविधाएँ, अच्छी साफ-सफाई, किफायती विकल्प।
इस स्कीम में उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, केरल, सिक्किम जैसे राज्यों में खूब इंटरेस्ट देखा गया है।
2025-26 के आम बजट में सरकार ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है:
अब होमस्टे के लिए बिना संपत्ति गिरवी रखे ही संस्थागत मुद्रा ऋण उपलब्ध कराया जा सकेगा। इसका उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को होमस्टे शुरू करने और ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देना है।
प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान के अंतर्गत सरकार ने जनजातीय क्षेत्रों की सामाजिक-आर्थिक हालत सुधारने के लिए 1000 होमस्टे विकसित करने का प्लान बनाया है। राज्य/यूटी दिशानिर्देशों के अनुसार 5-6 गांव के समूह में प्रत्येक गांव में 5-10 होमस्टे के लिए अधिकतम ₹5 करोड़ की सहायता मिलेगी।
पर्यटन सेवा प्रदाताओं, जिनमें होमस्टे मालिक भी शामिल हैं, के लिए मंत्रालय क्षमता निर्माण योजना (CBSP) लागू कर चुका है। इसमें शिक्षा, प्रशिक्षण और प्रमाणन दिया जाता है। सरकार की अतुल्य भारत वेबसाइट और निजी ओटीए (Online Travel Agencies) प्लेटफॉर्म पर भी होमस्टे बुकिंग की सुविधाएं उपलब्ध हैं।
होमस्टे के लिए सरकार की प्रमुख पहलें
a. वित्तीय सहायता (Loan Facilities):
2025-26 के बजट में ऐलान किया गया है कि अब होमस्टे संचालकों को मुद्रा योजना के तहत बिना संपत्ति गिरवी रखे संस्थागत ऋण मिलेगा। इससे नए होमस्टे शुरू करना आसान हो गया है।
b. जनजातीय क्षेत्रों में प्रोत्साहन:
‘प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान’ के तहत, देश में 1000 से अधिक होमस्टे विकसित करने का लक्ष्य है। प्रति ग्राम समूह (5-6 गांव) को अधिकतम ₹5 करोड़ की सहायता मिल सकती है।
c. कैपेसिटी बिल्डिंग एवं ट्रेनिंग:
"सेवा प्रदाताओं के लिए क्षमता निर्माण" (CBSP) योजना के तहत होमस्टे मालिकों को ट्रेनिंग, हॉस्पिटेलिटी, मार्केटिंग, ऑनलाइन बुकिंग और प्रमाणन दिया जाता है। इस स्कीम से गाँव स्तर पर भी नई नौकरियों का सृजन होता है।
d. IT एवं डिजिटल प्लेटफॉर्म्स:
मंत्रालय की अतुल्य भारत वेबसाइट One-Stop Digital Tourism Hub की तर्ज पर काम कर रही है, जहाँ पर्यटक होमस्टे वेरिफाइड लिस्टिंग देख सकते हैं और भरोसेमंद बुकिंग कर सकते हैं। इसके अलावा, OYO, MakeMyTrip, AirBnB जैसे प्राइवेट प्लेटफॉर्म्स पर भी भारतीय होमस्टे उपलब्ध हैं।
भारत सरकार के प्रोत्साहन क्यों महत्वपूर्ण हैं?
-आसान ऋण सुविधा: बिना संपत्ति गिरवी रखे मुद्रा ऋण के जरिए चाहने वाले युवा और ग्रामीण निवासी भी छोटे स्तर पर यह व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।
-सीखने-समझने के मौके: प्रशिक्षण और प्रमाणन से सेवा का स्तर, सुरक्षा और पेशेवर दक्षता बढ़ती है।
-डिजिटल प्लेटफॉर्म की सुविधा: अतुल्य भारत पोर्टल से देशभर में प्रमाणीकरण और बुकिंग दोनों आसान हो जाती है।
-जनजातीय व ग्रामीण सशक्तिकरण: विशेष अभियानों के माध्यम से सुदूर व पिछड़े क्षेत्रों में भी पर्यटन और आय के साधन बढ़ते हैं।
होमस्टे पर्यटकों में क्यों लोकप्रिय है?
-स्थानीय संस्कृति का अनुभव: होटल के बजाय स्थानीय परिवार के साथ रहने पर असली खानपान, बोली, रीति-रिवाज और मेहमाननवाजी का अनुभव मिलता है।
-आत्मीयता: होटल्स की तुलना में होमस्टे अधिक अपनापन और दोस्ताना माहौल प्रदान करता है।
-किफायती विकल्प: आमतौर पर होमस्टे, होटलों की तुलना में सस्ते होते हैं।
-इको-फ्रेंडली और लोकल इंपैक्ट: स्थानीय लोगों को रोज़गार और इलाके की अर्थव्यवस्था को सीधा फायदा।
-पर्यावरण अनुकूलनीयता: छोटे पैमाने के होमस्टे प्राकृतिक संसाधनों पर दबाव कम करते हैं।
होमस्टे क्या है?
होमस्टे पर्यटन का वह रूप है जिसमें यात्री/पर्यटक किसी होटल या रिसॉर्ट में न रहकर स्थानीय निवासी के घर में किराए के आधार पर रुकते हैं। मेहमान को परिवार के सदस्य की तरह अपनाया जाता है—वे स्थानीय संस्कृति, पहनावा, त्यौहार, भोजन और रीति-रिवाज का करीब से अनुभव करते हैं। यानी, होमस्टे है—“घर की भावना और अपनी पहचान के साथ, मेहमान नवाजी की वह जगह जहाँ यात्रियों को असली भारत का अनुभव मिलता है।”
सोर्स पीआईबी
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