प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का लाल किले से नए भारत का शंखनाद

79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया। यह सिर्फ एक भाषण नहीं था, बल्कि 2047 के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने का एक जोशीला रोडमैप था। इस भाषण में सुरक्षा, आत्मनिर्भरता, आर्थिक सुधार और सामाजिक कल्याण पर ज़ोर दिया गया।


तो चलिए, इस ऐतिहासिक भाषण की बड़ी और महत्वपूर्ण बातों को आसान, बोलचाल की भाषा में समझते हैं।

1. सुरक्षा सर्वोपरि: "ऑपरेशन सिंदूर" और "मिशन सुदर्शन चक्र" का ऐलान
इस भाषण का सबसे बड़ा और दमदार संदेश राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर था। प्रधानमंत्री ने दो बड़ी बातों का ज़िक्र किया:

ऑपरेशन सिंदूर: प्रधानमंत्री ने पहली बार खुल कर "ऑपरेशन सिंदूर" का ज़िक्र किया। उन्होंने बताया कि कैसे 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सेना को पूरी छूट दी गई। हमारी सेना ने दुश्मन की धरती में सैकड़ों किलोमीटर अंदर घुसकर आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। यह एक नए भारत का संकेत है, जो अब चुप नहीं बैठेगा और मुंहतोड़ जवाब देगा।

सिंधु जल समझौते पर कड़ा रुख: उन्होंने साफ़ कहा कि "खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते।" दशकों पुराने सिंधु जल समझौते को देश के किसानों के साथ अन्याय बताते हुए उन्होंने कहा कि अब भारत अपने हक़ का पानी लेकर रहेगा।

मिशन सुदर्शन चक्र: भविष्य के युद्धों को देखते हुए, जो टेक्नोलॉजी पर आधारित होंगे, प्रधानमंत्री ने "मिशन सुदर्शन चक्र" लॉन्च करने का ऐलान किया। 2035 तक, देश के सभी सामरिक और नागरिक ठिकानों (जैसे अस्पताल, रेलवे, आस्था के केंद्र) को एक अभेद्य सुरक्षा कवच दिया जाएगा, जो दुश्मन के किसी भी हमले को न सिर्फ रोकेगा, बल्कि कई गुना ताकत से पलटवार भी करेगा।

2. आत्मनिर्भर भारत: अब निर्भरता खत्म, अपना सामर्थ्य ही अपनी पहचान
प्रधानमंत्री ने "आत्मनिर्भर भारत" को विकसित भारत का आधार बताया। उन्होंने कहा कि अब भारत दूसरों पर निर्भर नहीं रह सकता।

सेमीकंडक्टर से स्पेस तक: उन्होंने अफ़सोस जताया कि 50-60 साल पहले ही सेमीकंडक्टर का विचार ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था, लेकिन अब भारत तेज़ी से आगे बढ़ रहा है और इसी साल के अंत तक 'मेड इन इंडिया' चिप्स बाज़ार में आ जाएंगी।

ऊर्जा में आत्मनिर्भरता: पेट्रोल-डीजल पर निर्भरता कम करने के लिए सोलर एनर्जी, ग्रीन हाइड्रोजन और न्यूक्लियर एनर्जी पर ज़ोर दिया जा रहा है। परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में प्राइवेट सेक्टर को भी आने का न्योता दिया गया है।

युवाओं को सीधी चुनौती: प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं, वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को सीधे चुनौती दी कि अब जेट इंजन, ऑपरेटिंग सिस्टम, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, फर्टिलाइज़र और EV बैटरी जैसी चीज़ें भारत में ही बननी चाहिए। उन्होंने कहा, "मैं आपके साथ खड़ा हूँ, हिम्मत जुटाइए।"

3. अर्थव्यवस्था को नई रफ़्तार: टैक्स में राहत और करोड़ों नौकरियों का तोहफ़ा

अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए प्रधानमंत्री ने कई बड़े ऐलान किए:

दिवाली का तोहफ़ा - नेक्स्ट जनरेशन GST: उन्होंने बताया कि इस दिवाली देशवासियों को "नेक्स्ट जनरेशन GST रिफॉर्म्स" का तोहफ़ा मिलेगा। इससे आम आदमी की ज़रूरत की चीज़ों पर टैक्स भारी मात्रा में कम होगा और रोज़मर्रा की चीज़ें बहुत सस्ती हो जाएंगी।

प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना: युवाओं के लिए 1 लाख करोड़ रुपए की इस योजना का आज से ही शुभारंभ किया गया। इसके तहत, प्राइवेट सेक्टर में पहली नौकरी पाने वाले युवा को सरकार की तरफ से 15,000 रुपये दिए जाएंगे। इस योजना से साढ़े तीन करोड़ युवाओं को रोज़गार के नए अवसर मिलेंगे।

कानूनों का सरलीकरण: उन्होंने बताया कि 1500 से ज़्यादा पुराने और बेकार क़ानूनों को ख़त्म कर दिया गया है और अब अनावश्यक छोटे-मोटे मामलों में जेल भेजने वाले कानूनों को भी ख़त्म किया जा रहा है।

4. नारी शक्ति और किसान कल्याण: देश की दो सबसे बड़ी ताकतें
लखपति दीदी: प्रधानमंत्री ने गर्व से बताया कि 3 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य समय से पहले पूरा हो जाएगा और अब तक 2 करोड़ बहनें लखपति दीदी बन चुकी हैं।

किसानों का सम्मान: उन्होंने कहा कि आज भारत दूध, दाल और जूट के उत्पादन में दुनिया में नंबर 1 है। कृषि उत्पादों का एक्सपोर्ट 4 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। उन्होंने साफ़ संदेश दिया कि "किसानों के अहित से जुड़ी किसी भी नीति के आगे मोदी दीवार बनकर खड़ा है।"

5. एक बड़ी चिंता: घुसपैठ और बदलती डेमोग्राफी
प्रधानमंत्री ने एक बहुत ही गंभीर मुद्दे पर देश का ध्यान खींचा। उन्होंने कहा कि एक सोची-समझी साज़िश के तहत घुसपैठ के ज़रिए देश की डेमोग्राफी को बदला जा रहा है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बहुत बड़ा ख़तरा है। इससे निपटने के लिए एक "हाई पावर डेमोग्राफी मिशन" बनाने का निर्णय लिया गया है।

देशवासियों के लिए संदेश: समृद्ध भारत के लिए एकजुट हों
अंत में, प्रधानमंत्री ने देश के 140 करोड़ लोगों से "समृद्ध भारत" बनाने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया। उन्होंने "वोकल फॉर लोकल" के मंत्र को अपनाने और स्वदेशी चीज़ों को गर्व के साथ इस्तेमाल करने की अपील की।

यह भाषण एक नए, आत्मविश्वासी और शक्तिशाली भारत की तस्वीर पेश करता है, जो न किसी से डरता है और न ही किसी के सामने झुकता है। यह एक ऐसे भारत का संकल्प है जो अपनी शर्तों पर दुनिया से क़दम मिलाएगा।

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