आज, 7 अक्टूबर 2025, देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक खास उपलब्धि हासिल की है। वे सरकार के प्रमुख के तौर पर अपने 25वें साल में कदम रख चुके हैं। इस अवसर पर मोदी जी ने देशवासियों का दिल से धन्यवाद दिया और अपने सफर की यादें साझा कीं, जो हम सबके लिए प्रेरणा हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक सिलसिलेवार पोस्ट में अपनी राजनीतिक यात्रा, अनुभव, चुनौतियों और संकल्प को साझा किया।
2001 से शुरू हुआ सफर: चुनौतियों से जीत का रास्ता
2001 में मोदी जी ने पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। तब गुजरात एक चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रहा था। बड़े भूकंप, सुपर साइक्लोन, लगातार सूखे और राजनीतिक अस्थिरता से राज्य जूझ रहा था। लेकिन इन मुश्किल हालात ने मोदी जी के संकल्प को और मजबूत किया। उन्होंने अपनी मां की सलाह को जीवन का मंत्र बनाया “हमेशा गरीबों के लिए काम करो और रिश्वत कभी मत लो।”
गुजरात का चमत्कार: सूखे से समृद्धि तक
गुजरात को उस वक्त लोग फिर से उभरने वाला नहीं मानते थे। किसान बिजली और पानी की कमी से परेशान थे, खेती बदहाल थी और उद्योग भी मंद थे। मोदी जी ने पूरी टीम के साथ मिलकर गुजरात को एक “गुड गवर्नेंस” का मॉडल बनाया। सूखे-ग्रस्त राज्य ने कृषि में अव्वल प्रदर्शन किया, व्यापार और उद्योगों ने नई ऊंचाइयाँ छुईं, और सामाजिक-भौतिक विकास ने राज्य को चमकाया।
2014 का बड़ा मौका: देश के लिए नई उम्मीद
2013 में मोदी जी को 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया। उस समय देश में भ्रष्टाचार और शासन की समस्या चरम पर थी। लेकिन जनता ने मोदी के नेतृत्व वाली पार्टी को भारी बहुमत दिया और एक नया युग शुरू हुआ।
11 साल में देश ने देखे बड़े बदलाव
पीएम मोदी के नेतृत्व में पिछले 11 सालों में देश ने अभूतपूर्व प्रगति की है। 25 करोड़ से ज्यादा लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया, नारी शक्ति, युवा शक्ति और मेहनती किसानों को नई ताकत मिली। भारत अब वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में चमकता सितारा बन चुका है और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के सपने को पूरा करने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है।
धन्यवाद और आगे का वचन
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश की सेवा करना उनके लिए सबसे बड़ा सम्मान है। वे संविधान के मूल्य और जनता का भरोसा लेकर और भी मेहनत करेंगे ताकि हम सबका ‘विकसित भारत’ का सपना जल्द पूरा हो।
प्रधानमंत्री मोदी के कुछ खास शब्द:
“मेरे देशवासियों के निरंतर आशीर्वाद के कारण, मैं सरकार के प्रमुख के रूप में अपने 25वें वर्ष में प्रवेश कर रहा हूँ। मेरा प्रयास रहा है कि लोगों का जीवन बेहतर बनाऊं और देश की प्रगति में योगदान दूं।”
“जब मैंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, मेरी मां ने कहा — ‘गरीबों के लिए हमेशा काम करो और रिश्वत कभी मत लो।’ मैंने जनता से कहा कि जो भी करूंगा, नेक नियत से करूंगा।”
“गुजरात, जो कभी सूखा-ग्रस्त था, अब कृषि में अव्वल है। उद्योग-धंधों में विकास हुआ और सामाजिक-भौतिक संरचना मजबूत हुई।”
“2014 के चुनाव में जनता ने हमें भारी बहुमत दिया और देश को नई दिशा दी।”
“पिछले 11 सालों में 25 करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी से बाहर आए हैं, और हम ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में तेजी से बढ़ रहे हैं।”
“देश की सेवा करना मेरे लिए सबसे बड़ा सम्मान है, मैं और मेहनत करूंगा ताकि हमारा ‘विकसित भारत’ का सपना पूरा हो।”
प्रधानमंत्री मोदी का ये 24 सालों का सफर देश के लिए एक प्रेरणा है कि कैसे मुश्किल हालातों में भी सच्ची मेहनत और निष्ठा से बदलाव लाया जा सकता है। आइए हम सब मिलकर उनके इस विजन को आगे बढ़ाएं और भारत को एक मजबूत, समृद्ध और विकसित राष्ट्र बनाएं।

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