बिहार के रेल बजट में ऐतिहासिक बढ़ोतरी: 11 वर्षों में 9 गुना वृद्धि

बिहार में रेलवे विकास ने एक नया मुकाम हासिल किया है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 23 जुलाई 2025 को लोकसभा में जानकारी दी कि वर्ष 2025-26 के लिए बिहार को 10,066 करोड़ रुपये का रेलवे बजट आवंटित किया गया है, जो वर्ष 2009-14 की तुलना में करीब 9 गुना अधिक है। यह न केवल बजट की दृष्टि से एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि राज्य में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर के हर पहलू – संपर्क, सेवा, स्टेशन, ट्रेन और सुरक्षा – में क्रांतिकारी परिवर्तन का संकेत है।

होमस्टे पर्यटन: सरकारी योजनाएँ, प्रमुख प्रोत्साहन और भारत में इसकी लोकप्रियता

केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने 21 जुलाई 2025 को लोकसभा में जानकारी दी कि पर्यटन मंत्रालय देश में, जिसमें उत्तराखंड जैसे राज्य भी शामिल हैं, अतुल्य भारत बेड एंड ब्रेकफास्ट प्रतिष्ठानों की स्वैच्छिक योजना के तहत होमस्टे कमरों का वर्गीकरण करता है।

“मेरी पंचायत” ऐप को WSIS 2025 चैंपियन अवार्ड – भारत की डिजिटल पंचायतों की वैश्विक पहचान

भारत की डिजिटल ग्राम पंचायतों की पहल ‘मेरी पंचायत’ ऐप ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। स्विट्जरलैंड के जिनेवा में आयोजित वर्ल्ड समिट ऑन द इन्फोर्मेशन सोसायटी (WSIS)+20 हाई लेवल इवेंट 2025 में “मेरी पंचायत” को WSIS प्राइज 2025 चैंपियन अवार्ड मिला है।

जल जीवन मिशन 2025: 80% से अधिक ग्रामीण घरों तक पहुंचा नल जल, मिशन की प्रगति और समीक्षा

भारत सरकार द्वारा अगस्त 2019 में शुरू किए गए जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission – JJM) ने ग्रामीण भारत में ‘हर घर जल’ के लक्ष्य को पाने की दिशा में महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ अर्जित की हैं। इस मिशन का उद्देश्य देश के हर ग्रामीण परिवार को नल जल कनेक्शन के माध्यम से नियमित, पर्याप्त और गुणवत्ता युक्त पेयजल उपलब्ध कराना है। 

मानव-वन्यजीव संघर्ष: समस्याएं, सरकारी प्रबंधन और समाधान के लिए उठाए गए कदम

भारत जैसे विशाल वन क्षेत्र और जैव विविधता वाले देश में मानव-वन्यजीव संघर्ष एक गंभीर चुनौती बन चुका है। देश के विभिन्न भागों से हाथी, तेंदुआ, भालू, नीलगाय, सांप, मगरमच्छ इत्यादि वन्य प्राणियों द्वारा मानव संपत्ति, फसलों, पशुधन और यहां तक कि जीवन को भी नुकसान पहुंचाने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री श्री कीर्ति वर्धन सिंह ने 21 जुलाई 2025 को लोकसभा में एक लिखित उत्तर में

भारत का सांस्कृतिक महायज्ञ: वैश्विक मंच पर विरासत का विस्तार और संरक्षण

भारत की संस्कृति और विरासत को वैश्विक पहचान देने के लिए केंद्र सरकार ने हाल के वर्षों में अभूतपूर्व कदम उठाए हैं। संस्कृति मंत्रालय ने 2021 से अब तक 41 देशों के साथ सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम (सीईपी) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसका उद्देश्य भारतीय कला, संगीत, नृत्य, रंगमंच, संग्रहालय, विज्ञान संग्रहालय, पुस्तकालय, अभिलेखागार, ऐतिहासिक स्मारक और साहित्य की विविधता को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करना है। विदेशों में "भारत महोत्सव" के आयोजन- जैसे मार्च 2023 में कुवैत व जुलाई 2023 में फ्रांस- इन प्रयासों का हिस्सा हैं, जहां भारत की सांस्कृतिक छटा और जीवंतता दिखाई गई।

संसद सत्र से पहले PM मोदी का संबोधन: "देश की अर्थव्यवस्था और लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए ऐतिहासिक पल"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार, 21 जुलाई 2025 को संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से ठीक पहले संसद परिसर में मीडिया को संबोधित किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने इस सत्र को देश के लिए बेहद गौरवपूर्ण और नवसृजन का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि मानसून केवल मौसम का बदलाव नहीं, बल्कि हर परिवार की अर्थव्यवस्था का अहम आधार है। इस वर्ष देश में अच्छी बारिश से किसानों, ग्रामीण क्षेत्रों और पूरे देश की अर्थव्यवस्था को फायदा होने की बात कही। उन्होंने

स्मार्ट सिटी मिशन: 10 साल में 94 प्रतिशत परियोजनाएं हुईं पूरी

भारत में स्मार्ट सिटी मिशन ने अपने 10 साल पूरे कर लिए हैं, और अगर इसे एक लाइन में समझना हो तो कह सकते हैं – देश के 100 शहर अब स्मार्ट हो गए हैं, और जिंदगी पहले से काफी आसान और सुरक्षित हुई है। 2015 में प्रधानमंत्री मोदी के हाथों शुरू हुए इस मिशन के तहत 8,067 परियोजनाओं में से 94% (लगभग 7,555 प्रोजेक्ट्स) पूरे भी हो चुके हैं। इस पर कुल 1.64 लाख करोड़ रुपये (यानी 1,64,000 करोड़!) का निवेश हो चुका है। 

भारत की आर्थिक प्रगति: 6.5 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि के साथ सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था

भारत की अर्थव्यवस्था ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में अभूतपूर्व प्रगति दर्ज की है। 6.5 प्रतिशत की मजबूत और स्थिर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि के साथ भारत ने दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का गौरव हासिल किया है। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं, जैसे कि व्यापार तनाव, ऊर्जा संकट और राजनीतिक अस्थिरता के बीच भी भारत ने अपनी आर्थिक मजबूती और विकास की गति को बरकरार रखा है। यह उपलब्धि न केवल भारत के आर्थिक परिदृश्य को